स्पर्श ---
धर्म की आड़ (निबन्ध )
धर्म के स्वरूप का ज्ञान।
धर्म के स्पष्ट चिह्न।
धर्म की आड़ में समाज के स्वार्थी लोगों का पर्दाफाश करना।
गाँधीजी के अनुसार धर्म का रूप . धर्म का सन्देश।
मूल्यपरक प्रश्न ---
धर्म के रक्षक धर्म की आड़ में हमारे भक्षक बने हुए है सिद्ध करें।
धर्म की आड़ (निबन्ध )
धर्म के स्वरूप का ज्ञान।
धर्म के स्पष्ट चिह्न।
धर्म की आड़ में समाज के स्वार्थी लोगों का पर्दाफाश करना।
गाँधीजी के अनुसार धर्म का रूप . धर्म का सन्देश।
मूल्यपरक प्रश्न ---
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